बीवी की मदद से उसकी कुँवारी दोस्त की चूत में घुसाया लंड

बीवी की सहेली यानि की मेरी साली की चूत मुझे मेरी बीवी ने ही दिलवायी. मैं अपने ससुराल गया तो उसकी सहेली हमेशा मिलने आती थी. मैंने अपनी बीवी को उसकी चूत दिलवाने के लिए मनाया.

नमस्कार दोस्तो, मैं आप सभी दोस्त शुभम।

मैं मुंबई के एक छोटे से शहर में रहता हूँ।मैं कुछ महीनों से कहानियाँ पढ़ रहा हूँ।

तभी मैंने सोचा कि क्यूँ ना मेरी कहानी भी आप सबसे शेयर करु। तो मैं भी अपनी साली की चूत चुदाई की कहानी लेकर आया हूँ।

मेरी शादी 3 साल पहले हुयी है। मेरी पत्नी और मेरी की सेक्स लाईफ मस्त चल रही है। मेरी पत्नी का नाम मेघा है।

पर वह सिर्फ बाहरवी तक पढ़ी है इसलिए वह घर में ही रहती है।

मेघा के मायके में मतलब मेरे ससुराल में उसकी एक सहेली है; रचना नाम है उसका।

यह कहानी उसी के साथ की है।

मैं आपको रचना के बारे में कुछ बताता हूँ।

रचना एक पढ़ी लिखी और सुंदर लड़की है।

मेघा और रचना दोनों पड़ोस में रहती थी।

रचना मेघा से 2 साल छोटी है.

मेरी शादी में ही मैंने रचना को पहली बार देखा था।

शादी के बाद जब कभी मैं अपने ससुराल जाता था तब उससे मुलाकात जरूर होती थी; खूब हंसी मजाक होती थी।

मैं कभी कभी मेघा के सामने रचना को कहता था कि ‘साली आधी घरवाली होती है।’

और रचना यह सुनकर हंस देती थी।

कई बार मैं, मेघा और रचना साथ में घूमने जाते थे, कभी फिल्म देखने के लिये, कभी मार्केट में कुछ खरीदने के लिए!

एक बार फिल्म देखने के बाद हम एक होटल में खाना खा रहे थे।

तब मेघा मुझे बोली- सुनो ना, मुझे कुछ कपड़े खरीदने हैं तो मैं रचना को साथ लेकर जाती हूँ। मुझे पांच हजार रुपये दे दो!

तो मैंने कहा- मेघा, पांच हजार ले लो और जो मन करे साड़ी लो या फिर सलवार सूट ले लो। पर एक काम करते हैं, मैं भी चलता हूँ।

फिर क्या … हम तीनों लेडीज गारमेंट्स की एक दुकान में गये।

वहाँ पर साड़ी, सलवार सूट और जीन्स पैंट के अलग अलग काउंटर थे।

मेघा ने 2 साड़ी और 2 सलवार सूट लिये।

तभी हमने रचना के लिये भी एक सलवार सूट लिया।

तब मेघा बोली- आप बाहर रुको, मैं कुछ और कपड़े लेकर आती हूँ।

मैं बोला- मैं भी चलता हूँ तुम दोनों के साथ!

मेघा अंडरवियर गारमेंट के काउंटर पर गई।

वहाँ से उसने नेट वाली दो ब्रा और पेंटी ले लिये।

तभी मैं रचना से बोला- तू भी ले ले ब्रा और पेंटी अपने लिए!

लेकिन वह शर्माने लगी।

मेघा ने उसे कहा लेने के लिये!

तब जाकर रचना ने अपने लिए ब्रा और पेंटी ली।

मैंने मेघा से पूछा- सभी कपड़े ठीक से साइज़ देख कर लिए हैं ना?

मेघा बोली- हाँ हाँ, सब देख भाल कर लिए हैं। घर जाकर सरे कपड़े तुम दोनों को पहन कर दिखाती हूँ।

मैं बोला- बाक़ी सब तो ठीक है; पर ब्रा और पेंटी तो मुझे ही पहन के दिखायेगी! ये क्या करेगी देख कर?

मेघा बोली- इसे क्यों नहीं दिखाऊँ?

मैं रचना तरफ देखते हंसकर बोला- ब्रा और पेंटी तो मैं ही उतारूंगा. तो रचना को क्यों दिखाती हो?

और फिर मैं रचना को बोला- तू मुझे दिखा देना ब्रा और पेंटी पहनकर!इस बात पर रचना शर्मा गई।

मेघा बोली- तुम आजकल बहुत मजाक कर रहे हो रचना के साथ!

हम सब हंस पड़े और फिर घर आ गये।

मेरी ससुराल में 7 कमरों का घर है।

एक कमरे में सास-ससुर, एक कमरे में मेरा साला सौरव और उसकी लुगाई पराची रहते हैं।

मेघा की बड़ी बहन जो डिवोर्स लेकर अपने लड़के साथ रहती है, एक कमरा उसके पास है।

उसकी उम्र 35 साल है।

चौथा कमरे में मैं मेघा के साथ जब ससुराल आता हूँ, तब वहीं रहता हूँ।

और एक कमरा मेहमानों के लिये है और बाकी के कमरे ख़ाली पड़े है।

रात में जब मैं मेघा को चोदने लगा, तब मेघा बोली- आजकल आप रचना से बहुत हँसी मजाक करते हो, बात क्या है?

मैं उसकी चूत में उंगली डालते हुये बोला- सोना, रचना तो मेरी साली है और वह मुझे बहुत पसंद है। काश … अभी तुझे और रचना को एक साथ चोदने का मौका मिल जाये तो बात बन जाये।

यह बात सुनकर मेघा बोली- यह कभी नहीं होगा।फिर मैंने मेघा के चूत में मेरा बड़ा लंड डालकर जोरों से चोदना चालु किया। उसके निपल मुंह में लेकर चुसने लगा। वो भी मदमस्त होकर अपनी गांड उठाकर चुदने लगी। आंधे घंटे के चूत चलाई के बाद मेंने मेरा लंड उसके मुंह मे दे दिया। मेरा सब मलईवाला माल उसके मुंह में छोड दिया। मेरे माल का रसपान करके मेघा ने मेरा लंड जबान से साफ किया।

तभी मैं मेघा से बोला- एक बार रचना की चूत चोदने को मिल जाये तो मजा आ जाएगा।

मेघा ने कहा- मैं कोशिश करती हूँ … शायद रचना मान जाये!यह बात सुनकर मेरा दिल बाग़ बाग़ हो गया, मेरा लंड फिर से सलामी देने लगा।और फिर से हम पति पत्नी की चुदाई चालू हो गयी।

दूसरे दिन मैं सुबह तयार होकर चाय पी रहा था।तब रचना हमारे घर में आयी।उसके हाथ में किताब नोटबुक और पेन था।उसका पेन नीचे गिर गया।पेन को उठाने के लिये वह झुकी तो उसके 34 इंच वाले चूचों के उभार दिखाई दिये।

मस्त दिख रही थी उसकी चूचिया.!

शायद उसे पता चल गया था कि मैं उसकी चूचियों को देख रहा हूँ।

वह मेरे पास आई और बोलने लगी- क्या देख रहे हो जीजा जी?

मैं बोला- रचना, मैं तुम्हारे दो कबूतर देख रहा था!

रचना ने कहा- जीजा जी, मुझे आपका मोबाइल दीजिए थोड़ी देर के लिये … मुझे गणित के सवाल हल करने हैं!

मैं बोला- ले जाओ।रचना मेरा मोबाइल ले गयी।

मैं थोड़ी देर के लिए बाहर घूमने चला गया।

पर मैं दो घंटे बाद वापस आया।

आते ही मैंने मेघा को कमरे में बुलाया, उसके आते ही बेड पर उसे नंगी किया।

मुझे उसके मम्मे चूसने में मजा आ रहा था।

इसके बाद मैं उसके ओंठों का रसपान करते हुए उसके निप्पलों को दबा रहा था।

तब मैं मेरा लंड उसके मुंह के पास ले गया।वह भी लंड पर थूक लगाकर लंड चूसने लगी।10 मिनट लंड चुसाई के बाद चूत चुदाई चालू हो गयी।25 मिनट तक मैंने अपनी बीवी की चूत चोदी।थोड़ी देर बाद मेघा की मम्मी जी उसे आवाज देने लगी।कपड़े पहनकर हम दोनों बाहर आये।तब मुझे याद आया कि मेरा मोबाइल रचना के पास है, मैं ले आता हूँ।

मैं रचना के घर गया, उसे आवाज लगायी.पर उसने सुनी नहीं।घर में और कोई भी नजर नहीं आ रहा था.तो मैं सीधे उसके कमरे में गया।तब रचना और उसकी एक अन्य सहेली या कजिन मोबाइल में सेक्सी वीडियो देख रही थी।

मैं रचना के कंधे पर हाथ रखते हुऐ बोला- ये क्या देख रही है?तब वे दोनों डर गई।रचना की सहेली वहाँ से जल्दी भाग गई।तब रचना बोली- जीजा जी, आपने मोबाईल में ये ऐसी वीडियो क्यों रखी हुई हैं?तो मैंने कहा- ये तेरे लिये ही रखी हैं ताकि आगे तेरी शादी के बाद तुझे दिक्कत नहीं होगी। तू ये सब देख कर सेक्स करना सीख जायेगी.

रचना बोली- मतलब क्या जीजा जी?तब मैं उससे बोला- रचना, जब तेरी शादी होगी, तब तेरा शौहर तुझे चोदेगा। उस वक्त तुझे तकलीफ नहीं होगी। और यह सब मैं तुझे सिखा दूँगा।ऐसा कहते हुऐ मैंने उसके होंठों पर किस किया।इतने से ही वह काफी उत्तेजित होने लगी।पहले ही वह पोर्न देखकर गर्म हुई पड़ी थी.

मैंने तुरंत उसके कपड़े उतारना चालू किया।वह अब सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी।उसका गोरा बदन सोने जैसा चमक रहा था।

तब मैंने उसकी ब्रा निकाल कर उसके मम्मे हाथों से मसल दिए।

मैं उसके निप्पलों को उंगलियों से निचोड़ कर मजे लेने लगा।रचना बहुत कामुकता से भरी आवाजें निकाल रही थी।इसके बाद मैंने उसकी पेंटी को निकाल कर साली की चूत में उंगली करना शुरू किया।रचना मजे से गांड उठा रही थी।थोड़ी देर बाद उसके चूत से पानी निकलना शुरू हो गया।अब समय था उसको चोदने का!मैं मेरा लंबा लंड उसके सामने निकाल कर हिलाने लगा।

वह बड़ी आँखें करके मेरे लंड को देखने लगी.तब मैंने उसके मुंह के सामने लंड लाकर उसे चूसने को कहा।उसने एकदम मुंह खोल दिया.मैं उसके मुंह में लंड देकर चोदने लगा।15 मिनट तक मुखचोदन के बाद मैंने मेरा माल उसके मुंह में छोड़ दिया।तभी मेरी पत्नी का फोन आ गया मेरे फों पर … वह मुझे घर आने को कहने लगी और मुझे जाना पड़ा।रात में सोने से पहले मेघा को बताया कि मैंने रचना का मुंह कैसे चोदा।

तब मेघा ने कहा- अब आगे क्या करना है आपको?फिर मैं बोला- ज्यादा कुछ नहीं … पहले तो तेरी चुदाई करनी है रचना के सामने!

मेघा बोली- तो उसे बुला लो आज रात अपने कमरे में!मेघा ने कुछ बहाने से रचना को ले आई कमरे में!और मेरी तरकीब काम कर गई।

हम तीनों का बिस्तर पर नीचे जमीन लगा दिया।

मेघा के एक साइड से मैं और दूसरी साइड से रचना!

ऐसे सोने का प्रबंध हो गया।मैंने जल्दी सोने का नाटक किया।

मेघा और रचना मंद मंद आवाज में बातें करती करती सो गई।

रात को करीब 1 बजे मैंने मेघा को जगाया आयर उसे चोदना चालू किया।उसको जोर से चोदते समय चुदाई की आवाज से रचना जाग गयी।मेरा लंड जो दोपहर को रचना का मुंह चोद रहा था, वही लंड मेघा के चूत में देख कर रचना कामुक हो गयी।वह बोली- जीजा जी, सिर्फ मेघा को चोदोगे? मुझे नहीं?

मैंन बोला- जान तुझे भी चोदूँगा.तब मेघा और मैं उसके कपड़े निकालने लगे।उसके चुचे और चूत को नंगी करके मैं और मेघा दोनों ने उसके चूचे चूसना चालू किया।रचना बहुत कामुकता से आहें भरती हुई आवाजें निकालने लगी।तब मैंने लंड मेघा को मेरा लंड रचना की चूत में टिकाने को कहा.उसने मेरा लंड पकड़ कर अपनी सहेली की चूत की दरार में रख दिया.

मैंने दबाव देना चालू किया.लेकिन मेरी साली की चूत टाईट थी तो अंदर नहीं जा रहा था।इसलिए मैंने मेरा लंड मेघा के मुंह में डालकर लंड गीला कर लिया।

अब मैंने उसकी चूत में लंड डालना चालू किया।जोर देने पर उसकी चूत की सील टूट गयी और वह चिल्लाने लगी।अब उसकी चीख बाहर ना जाये इसलिये मेघा ने अपनी चूत रचना के मुंह पर रख दी।अब रचना अपनी सहेली की चूत चाट कर और मजे से चुदवाने लगी।थोड़ी देर बाद मैंने मेघा को भी चोदा।

और फिर हम तीनों सुबह तक नंगे ही सोते रहे।

इसके बाद मैंने अपनी पत्नी की मदद से मेघा की बड़ी बहन के साथ भी चुदाई की थी।

वह कहानी अगली बार!

मेरी इस साली की कहानी को पढ़ कर आपको कितना मजा आया, मुझे कमेंट में बताएं.

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