हर इंसान एक कुंवारी और सुंदर लड़की के साथ यौन संबंध बनाना चाहता है।मुझे सीलपैक लड़कियों की चुदाई करना बहुत पसंद है लेकिन आजकल सीलपैक लड़कियाँ मिलती ही कहा है साली पहले ही किसी और से अपनी चूत मरवा लेती है ये आजकल की चुदक्कड़ लड़कियाँ. जो मज़ा हम लड़कों को लड़की की सील तोड़ने में आता है वो किसी भी चुदी चुदाई माल को चोदने में नहीं आता.
हैलो दोस्तो, मेरा नाम रौशन और मैं चंडीगढ़ का रहने वाला हूँ. आजतक मैंने काफ़ी सारी लड़कियाँ चोदी है और उन्हें अपना लंड चुसाया है पर साला आजतक कोई भी सीलपैक लड़की नहीं मिली. जो भी मुझे मिली वो सब साली रंडी होती थी पहले से ही किसी और से चुद कर बैठी होती थी पर एक दिन भगवान ने मेरी सुन ली और एक दिन मुझे एक कुँवारी लड़की को चोदने का मौक़ा मिला.
दोस्तों, मैं 28 साल का एक मस्त गबरू जवान लौंडा हूँ और दिखने में भी बहुत समर्त और गोरा चिट्टा हूँ. छः महीने पहले ही मेरी शादी हुई है मेरी बीवी अर्चना से.मैं चंडीगढ़ में ही एक ऑफिस में मैनेजर हूँ. ये बात तब की है जब मेरे ऑफिस में नई लड़की आई. लड़की कुंवारी और सुंदर थी जिसकी वजह से मुझे अपनी बीवी पर ध्यान न दे कर उस लड़की की चुदाई के जुगाड़ में लग गया।
मैं जहा काम करता था वहा एक नई लड़की ने ज्वाइन किया। वो लड़की अगले दिन से ही ऑफिस आने लगी। उसका नाम प्रीति था और वो काफी सुंदर लड़की थी। उसका शरीर देख ऑफिस में सभी मर्दो के दिमाग में गन्दी बाते आने लगती और मैं भी उनमे से एक था।
उस लड़की की बड़ी बड़ी काली आंखे , सुंदर होंठ, शरीर की सही गोलाई को देख हर कोई कामुक हो जाता।
वो लड़की मेरे साथ बैठने लगी और मैं उसे ऑफिस का काम सिखाने लगा। मैं कभी कभी बात करता हुआ रुक जाता और उसकी आँखों में खो जाता और वो मुझे हस कर देखने लगती।
कुछ दिन काम साथ करने से हमरी दोस्ती और अच्छी होती गई और हम पूरा पूरा दिन एक साथ रहने लगे।
मैं उसके साथ सेक्स करके से सपने देखने लगा जो असंभव था। प्रीति को पता था की मैं विवाहित हूँ इस लिए वो मुझ से सिर्फ दोस्ती चाहती थी।पर मैंने हर नहीं मानी। हम दोनों ऑफिस के एक कोने में बैठा करते थे। प्रीति दीवार से चिपक कर बैठती थी और मैं उसके साथ।
उस दिन वो अपना लैपटॉप टेढ़ा कर के कुछ देख रही थी। वो काफी देर तक अपने लैपटॉप में देखती रही और मैं अपना काम करता रहा।मुझे शक हुआ तो मेने झटके से प्रीति का लैपटॉप अपनी तरफ कर दिया। लैपटॉप देख मुझे पता लगा की प्रीति कामुक बैठी थी।
वो अपने लैपटॉप पर लंड चूसने वाली सेक्स वीडियो देख रही थी। मेरे पता लग जाने पर वो शर्म के मारे नीचे देखने लगी।
प्रीति के अंदर काफी कामवासना भरी थी। इसलिए उसने कई सारी देसी सेक्स स्टोरी की वेब्सीटेस भी खोल रखी थी।
प्रीति (नीचे देखते हुए) – सर आप प्लीज किसी को कुछ मत बताना !
मैंने प्रीति की जांघो पर हाथ रखा और कहा कोई बात नहीं मैं भी तो कामुक महसूस कर रहा हूँ अभी।
प्रीति – मतलब?
ये कहते ही मैं प्रीति के सूट में हाथ दाल कर उसकी जांघ सहलाने लगा। वो पहले से कामुक थी इसलिए उसे अच्छा लगने लगा। प्रीति – सर ऐसा मत करो ये सब ठीक नहीं है करना। कम से कम यहाँ तो मत करो !!
प्रीति का ऐसा कहने पर मैं समझ गया की ये उसकी हाँ है। मैंने अपने मुँह पे उँगली रखी और फिर उसे चुप रहने को और बस महसूस करने के लिए कहा।
ऐसा बोलते ही मैं प्रीति की चूत उसकी पजामी के ऊपर से सहलाने लगा। उसकी पजामी निचे से गीली थी और प्रीति सेक्स करने के लिए पूरी तैयार बैठी थी। अब मेरा लिंग भी पूरा तन गया और पैंट से दिखने लगा। जब प्रीति की नजर मेरे लिंग पर गई तो वो उसपे हाथ रख कर प्यार से सहलाती रही।
हम दोनों ऑफिस के कोने में कामुक हो कर एक दूसरे को गन्दी जगह सहला रहे थे और तभी लंच का टाइम हो गया।
लंच होते ही सभी यहाँ वहा जाने लगे और हम वही बैठे रहे। मैं प्रीति के साथ ऑफिस में सेक्स नहीं कर सकता था क्यों की सब हो पता लग जाता।
मैंने कहा – प्रीति मजा आया ?
प्रीति (धीरे से बोली) – हाँ।
तभी मैंने उसका हाथ पकड़ा और उसे अपना सामान लेने को कहा। प्रीति ने कई सवाल पूछे पर मैं उसे अपने साथ ले गया।
बाहर निकलते ही मैंने ऑनलाइन होटल बुक किया और प्रीति को अपनी बाइक पर बैठा कर ले गया।
होटल देखते ही प्रीति समझ गई और उसने कहा सर मुझे नहीं लगता हमें से करना चाहिए। आप विवाहित फिर भी आप मेरे साथ क्यों ?
मैंने प्रीति को कहा की मैं वही करता हूँ जिसमे मुझे अच्छा लगता है और तुम्हे भी वही करना चाहिए। ये बोलने के बाद मैं शालिनी को अंदर ले गया। अब मैं एक जवान कुँवारी लड़की की चुदाई करने वाला था।
प्रीति से मिलने के बाद मैं अपनी बीवी के बारे मैं भूल गया था। इसलिए प्रीति के प्यार की वजह से मैं सही गलत भूल गया था।
होटल के कमरे में मैंने प्रीति को गले लगाया और उसकी पतली कमर का पूरा मजा लेने लगा। उसके बाद मैंने उसका सूट उतारा और मजे से उसके दोनों स्तन दबाने लगा।
अब प्रीति भी कामुक हो गई और उसने मुझे अपने निपल्स चाटने को कहा। बस फिर क्या मैंने प्रीति को धका दिया और बिस्तर पर गिरा कर उसके ऊपर चढ़ गया। मैं कामुक प्रीति के स्तनों को हर जगह से चाटता रहा और वो आँखे बंद कर आनंद लेती रही।
उसके स्तन मेरी जीभ से गीले हो गए और दोनों चूची लाल बाती की तरह जलने लगी। मैंने शालिनी की सलवार उतरी और उसकी चूत से निकलता रस चाटने लगा।
प्रीति – अहह ऊह अहहह बेबी !
उसकी चूत अब मेरे लंड के लिए तैयार थी मैंने अपनी पैंट से लंड निकाला और उसकी चूत के ऊपर रगड़ने लगा।
लंड महसूस करते ही शालिनी होश खोने लगी और मुझे कामुक आँखों से देखने लगी।
आज मैं एक कुंवारी लड़की की चुदाई करने के लिए होटल मैं हूँ। प्रीति मेरे लंड को अपने शरीर में लेने के लिए पागल होने लगी थी। उसने मेरा लंड हाथ में खुद लिया और अपने अंदर डालने लगी।
उसके खुद अंदर डालने से पहले ही मैंने जोर से धक्का दिया और मेरा लंड उसकी चूत में चला गया।
प्रीति के मुँह से अहह की तेज आवाज आई तो मैं और जोशीला हो गया और उसके पेरो के बीच धक्के लगाने लगा।
मेरे लंड की रगड़ से प्रीति की सासे तेज होने लगी और उसने मुझे कस कर गले लगा लिए। उसके बाद मैंने पूरी ताकत और तेजी से प्रीति की चूत पर अपना लंड मारने लगा।
हमें सेक्स की इतनी जल्दी थी की हमने कमरे का AC भी नहीं चलाया था जिस वजह से हम पसीना पसीना हो गए।
कामवासना की आग में जलते हम एक दूसरे के चिपचिपे शरीर को हर जगह छूने लगे।
प्यार के आग हमारे दिल मैं जलने लगी और हम एक दूसरे के शरीर से निकलने वाले तरल को पीने के लिए तैयार हो बैठे।
कमर हिला हिला कर मैं सेक्स कर रहा था। उसके बाद मैं प्रीति के ऊपर उठ कर अपने घुटनों पर खड़ा हो गया।
मैंने प्रीति की एक टांग पकड़ी और उसके पैर का अंगूठा मुँह में ले कर चूसने लगा। प्रीति काफी सेक्सी थी तो मुझे उसका पैर चाटने चूसने में भी मजा नहीं लगा।
मैं उसका अंगूठा चूसते हुए उसे धक्के लगाता रहा और वो मुझे कामुक हो कर देखती रही। प्रीति को मेरे सेक्स करने के तरीके से आनंद आने लगा। उस वक्त मुझे उसके पैर काफी अच्छे लग रहे थे। उसके पेरो और हाथो के लम्बे नाख़ून मुझे लुभा रहे थे। और मैं अपनी पूरी तेजी से सेक्स कर रहा था।
तभी प्रीति की बूर चिकनी होने लगी और उसमे से सफेद पानी बाहर आने लगा जिसने मेरा पूरा लंड गन्दा कर दिया।
उसके बाद प्रीति का मजा दुगना हो गया और मेरा लंड उसकी चूत के और अंदर जाने लगा।
कुवारी लड़की की चुदाई का मजा क्या होता है मैं उस दिन जाना। बस फिर क्या 3 से 4 धको में मेरा लंड भी अपनी सफ़ेद मलाई निकाल दिया और होटे लाल हों गए। ये थी मेरी कुंवारी लड़की की चुदाई कहानी अगर आपको पसंद आई तो कमेंट जरूर करना।
सेक्स करने के बाद हमारे शरीर चिपचिपे हो गए। पुरे शरीर पर पसीना तो था ही अब लंड और चूत भी सफ़ेद तरल में लिपटे थे।
प्रीति को मुझ से प्यार हो गया और हम दोनों ने कई बार सेक्स किया। पर कुछ सालो बाद उसके घर वालो ने उसकी शादी करवा दी और हमारी प्रेम कहानी वही खत्म हो गई।